यह कोई बाजारू नहीं बल्कि सरकारी पुस्तक है , जिसे छ्त्तीसगढ़ शासन ने अपने पाठ्य पुस्तक निगम से छपवाया है ,जिसमें कुल 727 जगह गल्तियाँ हैं।यह पुस्तक है कक्षा नवमीं की गणित।
जिसमे 8 यूनिट और 20 चेप्टर हैं । हर चेप्टेर में ढेरों गल्तियाँ हैं । यहाँ तक की इस पुस्तक के मुखय पेज (कव्हर) पर भी छत्तीसगढ़ बोर्ड ओफ़ सेकेण्ड्री एजुकेशन की स्पैलिंग गलत प्रिन्ट है । पिछले वर्ष भी यह पुस्तक स्कूली बच्चों को दे दी गई थी । रायगढ़ के एक जागरूक शिक्षक ने अपने विभागीय अधिकारियों को इस आशय की शिकायत भी की थी ,लेकिन कुछ भी ना हो सका । इस वर्ष भी दूसरा कोई विकल्प न होने की वजह से , वही गल्तियों से भरी गणित की किताब हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम के बच्चे खरीदने को मजबूर हैं । गल्तियों से भरी यह पुस्तक बाजार में 71 रूपये की कीमत पर उपलब्ध है । पाठ्य पुस्तक छापने वाला विभाग कहता है उसने गल्तियाँ सुधार दी हैं , लेकिन किताब में गल्तियाँ जस की तस हैं ।सरकारी पुस्तकों की छ्पाई , कागज की रद्दी किस्मों और बाईंडिग को लेकर हर वर्ष चर्चा रहती ही थी । अब पुस्तकों में प्रकाशकीय त्रुटि को लेकर भी स्कूली बच्चे और उनके अभिभावक परेशान हैं ।भला नक्कार खाने में तूती कभी सुनी गई है जो अब सुने जाने की उम्मीद की जाए ? जय हो छ्त्तीसगढ़ की ।
लगी खेलने लेखनी, सुख-सुविधा के खेल। फिर सत्ता की नाक में, डाले कौन नकेल।। खबरें वो जो आप जानना चाह्ते हैं । जो आप जानना चाह्ते थे ।खबरें वो जो कहीं छिपाई गई हों । खबरें जिन्हें छिपाने का प्रयास किया जा रहा हो । ऐसी खबरों को आप पायेंगे " खबरों की दुनियाँ " में । पढ़ें और अपनी राय जरूर भेजें । धन्यवाद् । - आशुतोष मिश्र , रायपुर
मेरा अपना संबल
जुलाई 06, 2010
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satya hai, maine bhi ek pustak dekhi thi.
जवाब देंहटाएंjisme bahut galtiyan thi.
ye proof ki galti sabhi me hai.
jiski jimme dari hai use nilambit karnaa chahiye.
aur prakashak ko bleck listed karna chahiye
प्रदेश पाठृय पुस्तक निगम की जय हो, नंदकुमार जी तो ऐसे ना थे ............... ?
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