लगी खेलने लेखनी, सुख-सुविधा के खेल। फिर सत्ता की नाक में, डाले कौन नकेल।। खबरें वो जो आप जानना चाह्ते हैं । जो आप जानना चाह्ते थे ।खबरें वो जो कहीं छिपाई गई हों । खबरें जिन्हें छिपाने का प्रयास किया जा रहा हो । ऐसी खबरों को आप पायेंगे " खबरों की दुनियाँ " में । पढ़ें और अपनी राय जरूर भेजें । धन्यवाद् । - आशुतोष मिश्र , रायपुर
मेरा अपना संबल
सितंबर 29, 2010
पुलिस जवानों को छोड़ा नक्सलियों ने ...???
एक निजी टेलीविजन चैनल को एस एम एस कर नक्सलियों ने बताया है कि बीजापुर से बंधक बनाए गये सभी जवानों को छोड़ दिया गया है । कब और कहाँ यह अभी स्पष्ट नहीं है ।प्रदेश की पुलिस अभी भी इस विषय में कुछ आधिकारिक तौर पर बोलने की स्थिति में नहीं है । नक्सली समर्थक कवि वरवर राव (आंध्र प्रदेश) ने कल ही नक्सलियों से इस आशय की अपील की थी कि बंधक बनाये गये जवानों की हत्या न की जाये , उन्हें छोड़ दिया जाय। बंधक बनाये गये जवानों के परिवारजनों ने दो दिन पहले ही हैदराबाद पंहुच कर वरवर राव से गुहार की थी । दुसरी तरफ़ देर रात तक एक हिन्दी न्यूज चैनल में नक्सलियों के बीच बंधक बना कर रखे गये चार पुलिस जवानों का हाल दिखाया गया । बंधक बने जवानों ने कहा कि उन्हें रोज यहाँ-वहाँ घुमाया जा रहा है , छोड़ने की कोई बात नहीं हुई है ।
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