लगी खेलने लेखनी, सुख-सुविधा के खेल। फिर सत्ता की नाक में, डाले कौन नकेल।। खबरें वो जो आप जानना चाह्ते हैं । जो आप जानना चाह्ते थे ।खबरें वो जो कहीं छिपाई गई हों । खबरें जिन्हें छिपाने का प्रयास किया जा रहा हो । ऐसी खबरों को आप पायेंगे " खबरों की दुनियाँ " में । पढ़ें और अपनी राय जरूर भेजें । धन्यवाद् । - आशुतोष मिश्र , रायपुर
मेरा अपना संबल
अक्तूबर 06, 2010
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बहुत अच्छी पोस्ट... नवरात्रों एवं दुर्गापूजा की अग्रिम शुभकामना !
जवाब देंहटाएंआभार।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट .
जवाब देंहटाएंनव-रात्रि पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं .