यह चित्र भारतीय जनता पार्टी के उस व्यक्ति का है जो मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए अपने बेटों को लाभ देने के लिए अपने राज्य में बडा जमीन घोटाले और अवैध खनन का आरोपी है । राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुडा है और संघ के कहने बाद भी इस्तीफ़ा देने को तैयार नहीं है । घोटाले की जमीन लौटा कर अपने आप को पाक-साफ़ बताने में लगा हुआ है । वहीं भाजपा हर छोटे - बडे मामले पर संसद में हंगामा खडा कर कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों कि खिलाफ़त करती इन्हीं दिनों रोज देखी जा सकती है । कैसी बेशर्मी आखिर यह ??? ये हैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा जो यह कहते हैं कि उन्होंने कुछ भी ग़लत नहीं किया है।
आज भारतीय जनता पार्टी ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा पर लगे सारे आरोपों को नकारते हुए घोषणा की है कि वे मुख्यमंत्री बने रहेंगे । पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने येदुरप्पा से हुई मुलाक़ात के बाद जारी बयान में इस फ़ैसले की घोषणा की है । उल्लेखनीय है कि बीएस येदुरप्पा पर भूमि आवंटन के मामले में गंभीर आरोप लगे हैं । आरोप है कि उनके परिवार पर एक खनन कंपनी को ज़मीन बेचने के बदले करोड़ों रुपए हासिल किए ।
हालांकि येदुरप्पा किसी भी तरह के घोटाले से से इनकार किया है । उनका कहना है कि जो पैसे उनके परिजनों को मिले वे ज़मीन बेचने से मिले और जब ज़मीन बेची गई तो उन्हें पता नहीं था कि जो ज़मीन ख़रीद रही है वो खनन कंपनी है। इन आरोपों के बीच कई दिनें से अटलकें लगाई जा रही थीं कि भाजपा बीएस येदुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटा सकती है।इसी मामले पर चर्चा के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली बुलवाया था ।
यह कितने शर्म की बात है कि न हटा पाने की स्थिति में बुधवार 24 नबम्बर 2010 को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पिछले कई दिनों से येदुरप्पा पर आरोप लगाए गए थे लेकिन उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है । गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि येदुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने रहेंगे । इस बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की जाँच के लिए एक आयोग का गठन किया गया है और मुख्यमंत्री ने यह प्रस्ताव भी किया है कि संतुष्टि के लिए भाजपा को अपनी ओर से भी जाँच करनी चाहिए । यानि की अरोपी ही जाँच कराएगा या चाहे तो आरोपी की पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) जाँच करा ले । भला यह कैसी राजनीति है ? खास कर उनकी जो अपनी पूरी राजनीति केवल नैतिकता की दुहाई देकर ही करते आ रहे हैं । क्या यह घटना राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के दोहरे चरित्र को उजागर ही नहीं बल्कि प्रमाणित भी करती हैं ?
आज भारतीय जनता पार्टी ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा पर लगे सारे आरोपों को नकारते हुए घोषणा की है कि वे मुख्यमंत्री बने रहेंगे । पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने येदुरप्पा से हुई मुलाक़ात के बाद जारी बयान में इस फ़ैसले की घोषणा की है । उल्लेखनीय है कि बीएस येदुरप्पा पर भूमि आवंटन के मामले में गंभीर आरोप लगे हैं । आरोप है कि उनके परिवार पर एक खनन कंपनी को ज़मीन बेचने के बदले करोड़ों रुपए हासिल किए ।
हालांकि येदुरप्पा किसी भी तरह के घोटाले से से इनकार किया है । उनका कहना है कि जो पैसे उनके परिजनों को मिले वे ज़मीन बेचने से मिले और जब ज़मीन बेची गई तो उन्हें पता नहीं था कि जो ज़मीन ख़रीद रही है वो खनन कंपनी है। इन आरोपों के बीच कई दिनें से अटलकें लगाई जा रही थीं कि भाजपा बीएस येदुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटा सकती है।इसी मामले पर चर्चा के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली बुलवाया था ।
यह कितने शर्म की बात है कि न हटा पाने की स्थिति में बुधवार 24 नबम्बर 2010 को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पिछले कई दिनों से येदुरप्पा पर आरोप लगाए गए थे लेकिन उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है । गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि येदुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने रहेंगे । इस बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की जाँच के लिए एक आयोग का गठन किया गया है और मुख्यमंत्री ने यह प्रस्ताव भी किया है कि संतुष्टि के लिए भाजपा को अपनी ओर से भी जाँच करनी चाहिए । यानि की अरोपी ही जाँच कराएगा या चाहे तो आरोपी की पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) जाँच करा ले । भला यह कैसी राजनीति है ? खास कर उनकी जो अपनी पूरी राजनीति केवल नैतिकता की दुहाई देकर ही करते आ रहे हैं । क्या यह घटना राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के दोहरे चरित्र को उजागर ही नहीं बल्कि प्रमाणित भी करती हैं ?
वाकई में आनी चाहिये.. लेकिन यह तीव्रता कांग्रेस के लिये गायब होने की क्या वजह है ...
जवाब देंहटाएंThis is the Real Face of RSS/BJP. This is really the Party with a Difference.
जवाब देंहटाएंDharma, Sanskriti, Sushashan, Suchita, Sanskar, Naitikta ki Dhekedar, Aisee hi hoti hai RSS/BJP Sarkar.
आउटलुक का ताजा अंक पढ़ लीजिए फिर कहेंगे शर्म किसे आनी चाहिए.
जवाब देंहटाएंक्या चावल घोटाले, चीनी घोटाले, 2जी घोटाले, आदर्श घोटाले, कॉमनवेल्थ घोटाले, बोफोर्स घोटाले के लिए कांग्रेस को शर्म आई.
जवाब देंहटाएंManoj jee, har baat ke liye ham janta compare hi karte rahenge........:)
जवाब देंहटाएंभाई साहब,भा'ज'पा ने दावों पर दावे किये की कांग्रेस ने जो देश कि तस्वीर 60 सालों मे नहि बदली वो भा ज पा ने 7-8 सालों में बदल दी,और मेरा ये कहन है जो हैसियत काग्रेसीयों ने 60 सालों मे नही बनाई वो भाजपाईयों ने 5 सालों मे उन्से कहि ज्यादा बना ली। इनको संघ और भा ज पा को देख लग्ता है कि नंगे भुखो को खुलि हुइ मिठाई दुकान जिसका मलीक (यानी की हम,आम जनता) सोया हुआ है, और खुले आम चल रही है लूट खसोट,पर बात ये नहि है जनता मरी नहि है सोई हुई है,मरा हुआ नही जागता लेकीन सोया हुआ एक ना एक दिन ज़रूर जागता है,और जनता एक दिन ज़रूर जागेगी। ये हाल सिर्फ़ मेरे प्रदेश छ्त्तीसगढ का नही वरन हर उस प्रदेश का है जहां भा ज पा का शासन है।
जवाब देंहटाएंSangh koi rajnitik party nahi hai, use iss mudde mein ghasitna ka koi arth nahi hai. RSS has got nothing to do with Politics. Sangh ko isse alag rakhna hi thik hoga.
जवाब देंहटाएंKush Ji, are you in the state of Uphoria?
जवाब देंहटाएंकुश भाई, अगर मेरे वक्तव्य से आपको दुख पहुचा हो तो मै आप से माफ़ी चाहता हुं लेकीन क्या येद्दुरप्पा संघ के सक्रीय सदस्य नही है क्या हमारे प्रदेश के मन्त्री जो 8 साल पहले तक फ़क्कड घुमते थे क्या वे लोग संघ से नाता तोड चुके है। संघ के साथ मेरी कोई व्यक्तिगत द्वेष नहि है वरन मै संघ के पुराने लोगों की बहुत इज़्ज़त करता हुं,और नागपूर मे अपने नाना के घर बचपन मे साथ देखा है,देखा है उनकी सादगी,उनकी बातों कि सच्चाई,उनका रहन सहन। संघ के सदस्यों को लठी भाजना,निशाना लगाना सिखाया और बदले में कभी भी फुटी कौडी कि उम्मीद नही कि, मेरे मानस पटल पर संघ कि वो तस्विर है।
जवाब देंहटाएंsharm magar hamein aati nahi....
जवाब देंहटाएं... saare desh kaa yahi haal hai ... ab sharm karen to kis-kis par karen ... !!!
जवाब देंहटाएंप्रतिक्रिया में कुछ लोगो ने भाजपा के भ्रष्टाचार को कांग्रेस के भ्रष्टाचार से तुलना कि है.. इसे मै उचित नही मानता.. संघ कि ऐसी विचारधारा नही है.. और ना ही कांग्रेस के हो जाने के कारण संघ ने भाजपा को भी लायसेंस दे दिया है.. इसके लिए भाजपा को माफ नही किया जा सकता.. सांघी विचारधारा के होने के कारण भाजपा को हम माफ कर देंगे ये गलतफहमी ना पाली जाए.. हालाँकि मामला उतना बड़ा नही है जितना इसे उछला जा रहा है.. निस्चित ही इसका आगे चलकर इस विकार कि शुद्धि कि जायेगी..
जवाब देंहटाएंराजा-चौव्हाण की कुर्सी पर
जवाब देंहटाएंभ्रष्टाचार पड़ा था भारी
येदियुरप्पा की जब बारी आई
बीजेपी ने कलटी मारी।।।।।
मनोज जी, भाजपा और सन्घ को लोगो ने 1992 के बाद से अब तक अछ्छि तरह से पेह्चान लिया है। ये केवल केह्ने को पारटी विथ अ दिफ़्फ़ेरेन्स है।" भाजपा को इस लियै शर्म नहि आति क्योकि कोन्ग्रेस को नहि आती"। बढहिया है। जनता बार-बार धोखा नहि खाति।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंयहा मेरे ये बात समझ नही आती केए ये छोटी-छोटी बात के लिए संघ के पीछे क्यों भौक्ने लगते है लोग.. हर जगह अपनी tucchi मानसिकता दिखाना जरूरी तो नही? ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस ने भ्रष्टाचार का और संघ परिवार ने शिष्टाचार का ठेका ले रखा है.. कांग्रेस देश को बीच कार खा रही है 60 सालों से तो उसको कोइ कुछ नही बोलेगा.. उसे लोग तब बोलेंगे जब वो शिष्टाचार करेगी? और इधर संघ परिवार का कोई घटक शिष्टाचार से जरा भी हिल नही सकता वरना बड़ी ख़बर बन जाति है.. जगुआ tuccho जागो .... हा हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंबेनामीजी, स्क्कुल मे एक कहानी सुनी थी- एक चोर था और एक इमानदार। चोर के बारे मे सब को जानकारी थी कि वह गलत काम करता है और इमानदार अगर उस्के मुकाब्ले 1% भी गल्ति करे तो वह चोर से 100 गुना खराब केह्लाएगा। अभी तो जन्सन्घीयो के किस्से शुरु हुए है और आप ने भाशा के माधयम से आपने हमे अपने सन्स्कार भी बता दिये।
जवाब देंहटाएंभाई आशुबाबा!वाह । हम जो कह नही पा रहे थे आप ने कहा और बहुत खूब कहा । वाक्य और शब्द किसी कि भी मानसिक्ता और संस्कार बता सकते है।
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