लगी खेलने लेखनी, सुख-सुविधा के खेल। फिर सत्ता की नाक में, डाले कौन नकेल।। खबरें वो जो आप जानना चाह्ते हैं । जो आप जानना चाह्ते थे ।खबरें वो जो कहीं छिपाई गई हों । खबरें जिन्हें छिपाने का प्रयास किया जा रहा हो । ऐसी खबरों को आप पायेंगे " खबरों की दुनियाँ " में । पढ़ें और अपनी राय जरूर भेजें । धन्यवाद् । - आशुतोष मिश्र , रायपुर
मेरा अपना संबल
जून 19, 2010
शहर में जोरों का हल्ला है कि कई खोखे गायब हो गये हैं सूनें बंगले से !!!
राजधानी में इस आशय का शोर तेज हो रहा है कि सिविल लाईन इलाके में एक तगड़ी सुरक्षा वाले बहुत बड़े बंगले से कुछ "खोखे" गायब हो गये हैं । खोखे की संख्या कहीं 12 तो कहीं 16 बताई जाती है । बंगले में रहने वाले उस दौरान शोक संतप्त थे । लिहाजा अपने छोटे से परिवार सहित पैतृक निवास पर थे । इसी बीच किसी निहायत ही अपने कहे जाने वाले ने अपना यह काम पूरा कर लिया ।सही समय जान कर बड़ी ही सफ़ाई से खोखे गायब कर दिये । बताते हैं ये श्री मान उन्हीं अपने लोगों में से हैं जो खोखे सहेजने का काम देखते थे । रोजाना खोखे लाया - ले जाया करते थे ,दूसरे शब्दों में कहें तो केवल इसी काम के लिए यहां तैनात रहते थे । माना जा रहा है कि बहुत दिनों से ये लोग साहब के लिए काम कर रहे थे , मौका मिला तो एक दिन अपने लिये काम कर लिया । खबर पर सहसा विश्वाश नहीं हुआ तभी यह बात भी हो गई कि धूआं उठा है तो कहीं ना कहीं तो आग लगी होगी । कहां और कितनी यह बात अलग है । सूत्र कहते हैं कोई बड़ी बात नहीं है भाई ,आप लोग क्यों परेशान हो रहे हैं ? भरी बाल्टी से एक चम्मच निकल भी गया तो क्या फ़र्क पड़ेगा ? एक मग लाकर और डाल दिया जायेगा । ऐसे मामलों में हल्ला नहीं किया जाता ,समझे । फ़िर दुनियाँ जानती है यह तो हांथ की मैल है , कभी कहीं एक जगह टिकती है क्या भला ? आखिर आप ये क्यों भूल जाते हैं कि वो भी बड़े लोग ही हैं कुछ काम आया होगा तो ले गये होंगे , अरे भई आप ये क्यों भूल जाते हैं कि आने का रास्ता भी तो वे लोग ही बनाते हैं , आगे भी उन्हीं लोगों को यह काम देखना है । कौन हम - आप को देखना है । बड़े लोगों की बड़ी बातें होतीं हैं । अब चलिये भी अपना -अगर आप तक यह खबर पहुंच ही गईं हैं तो एक कान से सुनिए और दुसरे से निकाल दीजिए , भूल जाईए , आपको क्या करना है ? वैसे आपको बता दें इस मामले सर से ज्यादा मैड्म जी पूछताछ कर रहीं हैं ,पता कर लेंगे । याद नहीं पहले वाले साहब के भी कई सूट्केश यहीं से गायब हुए थे । जाते - जाते साहब ने तीन सूमो भर कर मंगवाया था सूट्केश । उन साहब को कोई फ़र्क पडा था क्या , जो इन साहब को पड़ेगा । आप लोग भी बिना मतलब की बातों पर कुछ ज्यादा ही ध्यान देते हैं । ठीक है अपना काम कीजिए ।
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hmm, aage je hue jaisa ki sutron ne bataya, madam ne laut te hi, 2 khansama, 4 surakshakarmi aur 3 chaprasi ki jamkar class lagai. aur bataya to yah bhi jaa raha hai ki 1 surakshaa karmi ko us din ke baad se vaha se hataa hi diya gaya aur kahi aur bhej diya gaya... aur han ye 12 hi hai 16 nahi.
जवाब देंहटाएंJai Shree Ram.
जवाब देंहटाएंKHOKHE wale baba ki jai. Inhone ye sabit kar diya ki Kurta Pajama walon se kahin aage hitler ke murid, har mamle me aage nikal gaye hai. 4-5000 khokhon ke samandar me se 12-15 khokhe idhar-udhar ho bhi jaye to koi fark nahi padta. 35 mahine aur bache hai.
Ram naam ki loot hai,
जवाब देंहटाएंLoot sake to loot.
Ant kaal pachtayenga,
Jab Satta jayegi chut.
FEEL GOOD.