अपनी आध्यात्मिक ऊंचाइयों और अल्हड़ मस्त फ़कीरी की वजह से सारी दुनियाँ में ख्यातिलब्ध हुए शिरडी के सांई अब उनके खजाने के नाम से भी चर्चा में आने लगे हैं । प्रचारक बताते हैं बाबा जी की सवारी सवारी अब उस विशिष्ट रथ में निकलेगी, जिसे उनके एक मुस्लिम भक्त ने 140 किलोग्राम चाँदी से बनवाया है ।दूसरे एक भक्त ने आधा किलोग्राम सोना पानी चढ़ाया है। वहीं दूसरी ओर खजाने का हिसाब-किताब रखने वाले ट्रस्टी बताते हैं कि बाबा जी के खजाने में 230 किलो सोना और 2000किलो से भी ज्यादा चाँदी है। नगदी रुपये वही 450 करोड़ होंगे । यह सब कुछ बाबा जी के श्रद्धालु जनों ने बाबा जी के श्रीचरणों में अर्पित किया है । दुनियाँ जानती है कि अपना समूचा जीवन बाबा जी ने कितनी सादगी - सहृदयता -श्रद्धा और सबूरी के साथ बिताया और क्या संदेश दिया था । तब लोगों ने क्या- क्या न कहा - किया था उनके साथ , और आज…?
सच ही कहा है गालिब " दुनियाँ जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है,मिल जाए तो मिट्टी है,खो जाए तो सोना है ।"
लगी खेलने लेखनी, सुख-सुविधा के खेल। फिर सत्ता की नाक में, डाले कौन नकेल।। खबरें वो जो आप जानना चाह्ते हैं । जो आप जानना चाह्ते थे ।खबरें वो जो कहीं छिपाई गई हों । खबरें जिन्हें छिपाने का प्रयास किया जा रहा हो । ऐसी खबरों को आप पायेंगे " खबरों की दुनियाँ " में । पढ़ें और अपनी राय जरूर भेजें । धन्यवाद् । - आशुतोष मिश्र , रायपुर
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सुन्दर लेख!
जवाब देंहटाएं...बेहद प्रसंशनीय अभिव्यक्ति!!!
जवाब देंहटाएंwell said
जवाब देंहटाएंवन्दे मातरम !!
जवाब देंहटाएंबेहद सुन्दर अभिव्यक्ति है बधाई...........