‘भगवा आतंकवाद’ शब्द प्रयोग विवाद तूल पकड़ने के बाद अब अदालत पहुंच गया है। सोमवार को ब्रह्मचारी स्वामी नित्यामंद तीर्थ ने अहमदाबाद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत-क्रमांक-5 में चिदंबरम के खिलाफ मानहानि का दावा किया है। केन्द्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का प्रयोग किया था ।
स्वामी ने अधिवक्ता विराट पोपट के माध्यम से दावा किया है। इसमें कहा गया है कि ‘भगवा आतंकवाद’ कह कर केंद्रीय गृहमंत्री ने साधु-समाज पर आतंकी होने का आरोप लगाया है। भारत में भगवा शब्द केवल और केवल साधु-सन्यासी के साथ जुड़ा हुआ है। इस लिए केन्द्रीय गृह मंत्री के उक्त आशय के विचार से साधु-समाज की बदनामी हुई है। अदालत ने स्वामीजी की शिकायत दर्ज कर शिकायकर्ता को और अधिक प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए छह सितंबर तक का समय दिया है। स्वामीजी के अधिवक्ता विराट पोपट ने ब्यौरा देने से इंकार कर दिया।
कार्रवाई इसलिए की: स्वामी नित्यामंद ने कहा है कि चिदंबरम के बयान से मुझे बहुत दु:ख पहुंचा है। बार-बार इस बयान को टीवी चैनलों पर दिखाए जाने से जनमानस में साधु समाज की छवि धूमिल हुई है। इतना ही नहीं एक-दो दिन पहले कुछ लोगों ने आतंकवादी कह कर स्वामी निजानंद तीर्थ का उपहास किया था। इस पर स्वामीजी ने केन्द्रीय गृहमंत्री के खिलाफ मानहानि का दावा करने का फैसला किया ।
लगी खेलने लेखनी, सुख-सुविधा के खेल। फिर सत्ता की नाक में, डाले कौन नकेल।। खबरें वो जो आप जानना चाह्ते हैं । जो आप जानना चाह्ते थे ।खबरें वो जो कहीं छिपाई गई हों । खबरें जिन्हें छिपाने का प्रयास किया जा रहा हो । ऐसी खबरों को आप पायेंगे " खबरों की दुनियाँ " में । पढ़ें और अपनी राय जरूर भेजें । धन्यवाद् । - आशुतोष मिश्र , रायपुर
मेरा अपना संबल
अगस्त 31, 2010
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राजनीती का यह खेल बंद हो
जवाब देंहटाएंजिस प्रकार तिरंगा कहने से राष्ट्रीय ध्वज का आभास होता है ,उसी प्रकार भगवा कहने से सनातन धर्म का आभास होता है ,भगवा + न = भगवान होता है .
जवाब देंहटाएंश्रीकृष्णजन्माष्टमी की बधाई .
जय श्री कृष्ण !!!