भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है। दशहरा अथवा विजयादशमी राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति पूजा का पर्व है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है। वर्तमान संदर्भ में चिंता का विषय यह है कि प्रति वर्ष धन पिशाचों के बल पर रावण के पुतले का कद बढ़ रहा है और रावण का कद बढ़ाने में जुटे धन पिशाचों को उनके इस कृत्य पर गर्व भी है । |
बस पहुंच रहें हैं मिठाई पान हेतु।
जवाब देंहटाएंस्वागत है ,ललित भाई जी । नवरात्रि एवम विजया दशमी की शुभ कामनाएं ।
जवाब देंहटाएंkeval dikhane se kuchh nahi hoga. ise khilana bhi padega....magar kab...? lalit sharma ke sath mil kar yojana banate hai. badhai, sneh....lage raho. mehanat ke sath....marenge sare RAVAN ek din.
जवाब देंहटाएंस्वागत है आदरणीय भाई साहब आईये ।
जवाब देंहटाएंहर वर्ष रावण का कद बढ़ता ही जा रहा है , और जाहिर तौर पर राजनीति से जुड़े लोग इस कद को बढ़ा रहें हैं , क्या यह चिंता का विषय नहीं होना चाहिए ? कैसे मरेंगे ये रावण ?
मिठाई देखकर मुंह में पानी आ गया..
जवाब देंहटाएंपान और मिठाई बस ,वो भी रावण जैसे ताकतवर को मारने की शर्त पर . विजयादशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंविजयादशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंविजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
दशहरा में चलें गाँव की ओर-प्यासा पनघट
बहुत ही अच्छी प्रस्तुती और साथ में मिठाई भी ...शानदार अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंआपको भी बहुत शुभकानाएं !
जवाब देंहटाएंविजयादशमी पर हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंआशुतोष जी आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिये बहुत धन्यवाद, आपके ब्लाग में पहली बार आना हुआ, अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंविजयादशमी की शुभकामनाएं।
:)
आपको भी विजयदशमी कि शुभ कामनाये . म्रेर ब्लॉग पर टिपण्णी कि लिए धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंBhai Saheb aapne kam se kam dikhai to sahi varna in 6 saalo mae chay or coffee ke alawa kuch dekhne hi nahi mila, ise Fridge mae rakhe mae aa raha hun.
जवाब देंहटाएंwelcome matrix.
जवाब देंहटाएंभईया दसेरा के अब्बड बधाई. देरी होगे हे मोला पहुंचे में,
जवाब देंहटाएंपान, मिठाई हा सिराये तो नईये.
sanjay mishra
संजय भाई , तोर संदेशा ला देखे हंव , तोला हलोक अड़बड़ बधई । मिठई-पान राखे हंवंव । सिराय नई हे । ललित भाई अव जम्मों संगी मन ला गाड़ा-गाड़ा बधई कहि देबे भाई ।
जवाब देंहटाएंलम्बे अंतराल के बाद आना हुआ है आपके ब्लॉग पर । अच्छी और बहुत सी खबरें देखने - पढ़ने को मिलीं । लगे रहिए । देर से ही सही , दशहरे की बधाइयाँ हमसे भी स्वीकार कीजिएगा । औए अग्रिम बधाईयाँ दीपावली की लीजिए । शुक्रिया।
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